नयी दिल्ली। माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा हैकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सत्ता में वापसी के लिये इतने बेकरार हैं कि उन्होंने चुनावी लाभ के लिये प्रचार अभियान में सेना के पराक्रम का जिक्र करने से लेकर परमाणु युद्ध की धमकी देने तक, हर तरह के हथकंडे अपनाने पड़ रहे हैं। लेकिन मतदाताओं ने उन्हें सत्ता से बाहर करने का निश्चय कर लिया है। येचुरी ने बुधवार को माकपा के मुखपत्र 'पीपुल्स डेमोक्रसी' में प्रकाशित अपने लेख में कहा कि वोट की खातिर चुनाव प्रचार अभियान में सेना के पराक्रम का बखान करना और परमाणु हमले की धमकी देना, फिर से सत्ता हासिल करने की मोदी की बेकरारी को दर्शाता है। लेकिन मतदाता इस सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिये संकल्पबद्ध है। उन्होंने कहा कि मोदी ने महाराष्ट्र के लातूर में मतदाताओं को पुलवामा के शहीदों के नाम पर भाजपा को वोट देने की अपील की। उनके इस भाषण से चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायत पर आयोग की कार्रवाई अभी प्रतीक्षित है। इसके बाद 21 अप्रैल को मोदी ने गुजरात में प्रचार के दौरान वायु सेना के पायलट अभिमन्यु का जिक्र करते हुये उस सैन्य अभियान के बारे में भी बयान दिया था। येचुरी ने कहा कि मोदी ने इसके बाद राजस्थान के बाड़मेर में एक रैली को संबोधित करते हुये पाकिस्तान की परमाणु हमले की धमकियों के बारे में बयान दिया। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार में प्रधानमंत्री सैन्य अभियानों का लगातार जिक्र कर रहे है। येचुरी ने कहा कि भाजपा आरएसएस, आर्थिक बदहाली से तबाह जनता के गुस्से का सामना करने में असमर्थ हैं, इसलिये मोदी को अब चुनाव प्रचार में सैन्य अभियानों का इस्तेमाल करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में मोदी सरकार की गलत नीतियों के कारण किसान, युवा और नौकरीपेशा सहित सभी तबकों के लोग परेशान हैं। येचुरी ने विश्वास व्यक्त किया कि मतदाता, पिछले पांच साल ने रोजमर्रा की जिंदगी में जिन परेशानियों का सामना कर रहे हैं, उन्हें ध्यान में रख कर ही अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। उन्होंने जमीनी वास्तविकता का हवाला देकर कहा कि भाजपा सरकार का चुनाव के बाद सत्ता से बेदखल होना तय है और यहीं से धर्मनिरपेक्ष वैकल्पिक सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त होगा।
मतदाताओं ने मोदी सरकार को सत्ता से बाहर करने का मन बना लियाः येचुरी